Print this page

मुस्लिम महिला ने पहनी भगवा साड़ी, सिर पर लिया कलश, फिर श्रीराम की धुन पर की पूरे गांव की यात्रा… पढ़िए कौन है यह महिला Featured

कलश यात्रा के दौरान भगवा साड़ी में सबसे आखिरी में दिख रही हैं शबाना बेगम। कलश यात्रा के दौरान भगवा साड़ी में सबसे आखिरी में दिख रही हैं शबाना बेगम।

भगवान श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र के लिए धन संग्रह करने खैरागढ़ नगर में निकाली गई भव्य कलश यात्रा के दूसरे दिन पिपरिया में हुआ आयोजन।

नगर के ग्रामीण वार्ड पिपरिया में रहने वाली एक मुस्लिम महिला ने श्रीराम के प्रति अपनी अनूठी भक्ति दिखाई। गांव की महिलाओं को इकट्‌ठा किया। खुद भगवा साड़ी धारण की। सिर पर कलश लिया और श्रीराम की धुन पर पूरे गांव की यात्रा करने निकल पड़ी।

यह भी पढ़ें: गंभीर मामला: माधव मेमोरियल हॉस्पिटल में मिली बॉयल मशीन… पढ़िए क्या है यह?

महिला का नाम शबाना बेगम है। वह भारतीय जनता पार्टी में महिला मोर्चा की उपाध्यक्ष रही हैं। एक दिन पहले बुधवार (20 जनवरी) को भाजपा द्वारा निकाली गई कलश यात्रा में शामिल 300 महिलाओं में शबाना का नाम शामिल नहीं था। इसलिए उन्होंने अपने स्तर पर अपने श्रीराम को साधने की तरकीब निकाली।

गुरुवार सुबह वार्ड की महिलाओं से चर्चा कर कलश यात्रा का इंतजाम किया। पिपरिया के शिव मंदिर में तकरीबन 15 महिलाएं इकट्‌ठा हुईं और पूजा अर्चना के बाद श्रीराम की धुन पर जयकारा लगाते हुए कलश यात्रा निकाली। यह यात्रा शिव मंदिर से निकलकर नुरानी मस्जिद के सामने से गुजरकर पूरे वार्ड में घूमी। इसका समापन दुर्गा मंदिर में हुआ, जहां शबाना ने श्रीराम की पूजा कर यात्रा का समापन किया।

यह भी पढ़ें: सांसद का वार: बोले- जो किसान फसल बोना जानता है, वह काटना भी जानता है… पढ़िए किसके लिए लिखा?

शबाना का कहना है कि वह फिलहाल राजनीतिक गतिविधियों से दूर हैं, लेकिन श्रीराम तो सभी के हैं, मेरे भी। इसलिए उन्होंने भी धन संग्रह के लिए जागरूकता लाने अपने वार्ड में कलश यात्रा निकाली। आपको बता दें कि शबाना नगर की स्वच्छता और सुंदरता के लिए समर्पित निर्मल त्रिवेणी महाभियान की सदस्या भी हैं।

नवरात्रि में पदयात्रियों की करती हैं सेवा

शबाना को पहचान मिली सेवा पंडालों से। नवरात्रि के दौरान पिपरिया में ही राजनांदगांव-कवर्धा मार्ग पर पंडाल लगाकर वह पदयात्रियों की सेवा करती हैं। उनके लिए फलाहार व चाय-नाश्ते का इंतजाम करती हैं। इस काम में पूरा परिवार उनका साथ देता है।

यह भी पढ़ें: झाड़ू लेकर सड़क पर उतरीं पद्मश्री फुलबासन यादव, तिरंगे के सम्मान में किया श्रमदान

Rate this item
(1 Vote)
Last modified on Thursday, 21 January 2021 14:41
रागनीति डेस्क-2

Latest from रागनीति डेस्क-2