गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद केंद्र सरकार का रुख सख्त है। रैली की इजाजत लेने के लिए जिन किसान नेताओं ने एनओसी पर साइन किया था, उन सभी के खिलाफ बुधवार को एफआईआर दर्ज की गई। इधर भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष ठाकुर भानूप्रताप सिंह की घोषणा के बाद कुछ किसानों ने चिल्ला बॉर्डर से टैंट हटाना शुरू कर दिया है।
#WATCH: Some farmers seen taking off their tents at Chilla border following announcement of Thakur Bhanu Pratap Singh, president of Bharatiya Kisan Union (Bhanu), that the organisation is ending the protest in the light of violence during farmers' tractor rally y'day.#FarmLaws pic.twitter.com/wgDIeKnUMf
— ANI UP (@ANINewsUP) January 27, 2021
गणतंत्र दिवस की घटना को लेकर सरकार का शुरुआती आकलन है कि ट्रैक्टर रैली में शामिल चरपंथी लेफ्ट संगठनों के लोगों ने जानबूझकर तय शर्तों का उल्लंघन किया। बताया गया कि पहले से हिंसा की प्लानिंग करने वालों और उनके संगठनों की पहचान कर ली गई है।
इन किसान नेताओं के खिलाफ हुई एफआईआर
जिन किसान नेताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई हैं, उनमें- राकेश टिकैत, योगेंद्र यादव, वीएम सिंह, विजेंदर सिंह, हरपाल सिंह, विनोद कुमार, दर्शन पाल, राजेंद्र सिंह, बलवीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह, जगतार बाजवा, जोगिंदर सिंह उगराहां के नाम शामिल बताए जा रहे हैं।