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कंसेला पाठ में लिया पौधारोपण कर लिया प्रकृति संरक्षण का संकल्प Featured

 

 

साल्हेवारा. नवागांव के कंसेला पाठ मंदिर में रविवार को पौधारोपण व श्रमदान का आयोजन किया गया। सुरम्य वादियों के बीच पहाड़ियों पर मौजूद मंदिर में सैकड़ों की संख्या में मौजूद श्रमदानियों ने पहले पहाड़ी से प्लास्टिक डिस्पोज़ल इकट्ठा किया। फिर वृहद स्तर पर पौधारोपण का प्रकृति संरक्षण का संदेश दिया। इस दौरान फूलों के पौधों के साथ छायादार पौधों का भी रोपण किया गया। निर्मल त्रिवेणी महाअभियान,कंसेला पाठ मंदिर समिति,हिंदू जन जागरण सेवा समिति नर्मदा छुईखदान,डोंगरेश्वर महादेव मंदिर समिति सहित अन्य समितियों के संयुक्त तत्वाधान में उक्त आयोजन किया गया।

 

जैता पटेल का किया गया सम्मान

 

मंदिर समिति के अध्यक्ष जैता पटेल का कार्यक्रम मर शॉल और श्रीफल से सम्मान किया गया। पटेल का मंदिर समिति के विकास में श्रेयस्कर योगदान रहा है। युवाओं ने उनके कार्यों को अनुपम बताया और प्रेरणा लेने की बात कही।

 

सभी समितियों का एक मंच पर आकर श्रमदान मील का पत्थर - खम्मन ताम्रकार

 

श्रमदान और पौधारोपण के बाद पहाड़ी पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें विचार रखते हुए जिला पंचायत सदस्य प्रतिनिधि व समाजसेवी खम्मन ताम्रकार ने कहा कि आज का आयोजन प्रकृति संरक्षण की दिशा में एक बड़ी पहल साबित होगी। सुदूर वनांचल में सभी समितियों का एक मंच पर आकर कार्य करना अपने आप में मील का पत्थर है। ताम्रकार ने ख़ैरागढ़ नगर में जारी निर्मल त्रिवेणी महाअभियान के प्रयासों की सराजना करते हुए कहा कि अब इस विचारों के ख़ैरागढ़ से ग्रामीण क्षेत्रों और वनांचल में विस्तार की आवश्यकता है। 

 

संस्कृति और संस्कार एक दूसरे के पूरक - भागवत

 

निर्मल त्रिवेणी महाअभियान के संयोजक भागवत शरण सिंह ने कहा कि वनांचल के इस सुदूर क्षेत्र में बड़ी संख्या में युवाओं की मौजूदगी ही साबित करती है कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में यह बेहतर कार्य किया जा सकता है। सिंह ने कहा कि संस्कृति और संस्कार एक दूसरे के पूरक हैं खासकर सनातन धर्म में नदी से लेकर पेड़ों की पूजा का जो विधान है,वह हमें सीख देता है कि हमें प्रकृति को सबसे ऊँचें स्थान में रखना होगा। 

 

समग्र प्रयासों से ही प्राप्त होगा लक्ष्य

 

सेवा समिति के प्रकाश जंघेल ने कहा कि समग्र प्रयासों से ही लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। खासकर वनांचल व ग्रामीण परिवेश में ऐसे विचारों का प्रादुर्भाव आवश्यक है। कार्यक्रम में समाजसेवी लक्ष्मीचंद आहूजा ने कहा कि प्रकृति संरक्षण को केंद्र में रखकर हमें सकारात्मक दिशा में आगे बढ़ना होगा। कार्यक्रम को निजाम सिंह मंडावी,राजीव चंद्राकर,सूरज देवांगन,अनुज साहू,राकेश बहादुर सिंह,रमेश जंघेल,हर्ष वर्धन वर्मा ने भी संबोधित किया।

 

ये रहे मौजूद

 

श्रमदान व पौधरोपण में विजय प्रताप सिंह,पीयूष पटेल, शिवम नामदेव,दिवाकर सोनी,भीषम वर्मा, नवल ध्रुवे,अनुज पटेल,अनानंद पटेल ,शिव पटेल,श्रवण यादव,राजू ताम्रकार,सन्तोष ठाकुर, परासर ठाकरे,महेंद्र यादव,उमेश मरकाम,प्रह्लाद मरकाम,झमत जंघेल,रविशंकर मरकाम,भुनेश्वर सेन,जॉनी मसखरे,आकाश जायसवाल,लव साहू,संतोष नामदेव, अन्य मौजूद रहे।

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Last modified on Wednesday, 25 May 2022 11:49
रागनीति डेस्क-1

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