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ठगी : लोन दिलाने के नाम पर कपड़ा व्यवसायी को 45 लाख की चपत Featured

ख़ैरागढ़ 00 लोन दिलाने के नाम पर नगर के कपड़ा व्यवसायी से 44 लाख 56 हज़ार 47 रूपए की ठगी हुई है। इतवारी बाज़ार निवासी लक्की गारमेंट्स के संचालक जिया - उल - हक अशरफी ने पुलिस को बताया कि 14 जनवरी 2021 से क्रमबद्ध तरीके से उन्हें ठगी का शिकार बनाया गया। इंडिया बुल्स कंपनी का एम्प्लॉई बताकर ललिता शर्मा नाम की महिला ने उनसे लोन की आवश्यकता पूछी। फिर कम ब्याज में लोन दिलाने का लालच देकर सबसे पहले बीमा के नाम पर 18199 रूपए जमा कराए। जिया उल ने बताया कि उन्होंने सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया के खाता में नोवो पे के माध्यम से 18199 रूपए दिनांक 18 जनवरी 2021 को जमा किया। लोन ब्लॉक खुलवाने के नाम पर 21199 रू,अन्य टैक्स के नाम पर 31699 रू. कोटक महेन्द्र बैंक के खाते में जमा किया। दिनांक 29 जनवरी 2021 को कैपीटल स्माल फायनेंस बैंक लिमिटेड के खाते में 47199 रुपए जमा किया। एवं दिनांक 11 फरवरी 2021 को महेन्द्रा बैंक के खाते में 32699 रू0 जमा किया। पुलिस ने अज्ञात आरोपियों के ख़िलाफ़ आईपीसी की धारा 420 और आईटी एक्ट की धारा 660 के तहत मामला पंजीबद्ध का जांच शुरू कर दी है।


जारी रहा सिलसिला


इसके बाद तो ठगी का सिलसिला जारी रहा।  22 फरवरी 2021 को कोटक महेन्द्रा बैंक के खाते में 45499 रू जमा किया। उसके बाद इंडिया बुल्स कंपनी का प्रोसेस का लेटर दिखाकर दिनांक 30 नवंबर 21 को 95,000 रू, 02 जुलाई 21 को 42,500 रू0, दिनांक 07 सितंबर 21 को 6000रू,10 सितंबर 21 को 11890रू, 17 सितंबर 21 को 16,799, जमा किया। 09  मार्च 22 को 42,199 रू 29 मार्च 22 को 7000 रूपए जमा कराए।


फ़ाइल कैंसिलेशन के नाम पर भी लिए पैसे


22 अगस्त 22 को ललीता शर्मा ने पुनः फोन कर फाईल में दिक्कत आ रही है, बार - बार प्रोसिजर के लिए कहा जा रहा है। इसलिए आपके फाईल को कैंसिल करा देने की बात कहने लगी। और इसके लिए 38,260रू0 चार्ज लगेगा।  जिया उल ने बताया कि 22 अगस्त 22 को 38,260 रू.जमा किया। इस तरह से यह सिलसिला चलता रहा।

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रागनीति डेस्क-1

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