ख़ैरागढ़ 00 छत्तीसगढ़ प्रदेश के निजी विद्यालयों की समस्याओं को लेकर पिछले कई वर्षो से लगातार शासन प्रशासन से विभिन्न स्तरों पर बातचीत की जाती रही है। परंतु आज पर्यंत तक कोई भी परिणाम नहीं निकला। अपनी मांगों को लेकर अब निजी विद्यालय संघ ने आंदोलन का मार्ग अपनाने का निर्णय लिया है। इस बैठक में प्रदेश अध्यक्ष राजीव गुप्ता,प्रदेश सचिव मोती जैन,राजनांदगांव मोहला व खैरागढ़ जिला अध्यक्ष राजेंद्र सिंह चंदेल,सचिव कृष्ण कुमार सोनी व छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों के जिला अध्यक्ष एवं सचिव उपस्थित थे। आज 3 सितंबर को प्रदेश के समस्त जिला संगठन के पदाधिकारियों की बैठक रायपुर में आहूत की गई। जिसमें अपनी मांगों को लेकर चरणबद्ध आंदोलन की रूपरेखा तय की गई। नहीं मनाएंगे शिक्षक दिवस 5 सितंबर की शिक्षक दिवस के दिन विद्यालय बंद कर शिक्षक दिवस कार्यक्रम नही मनाने का निर्णय लिया गया।जब हम शिक्षकों को समय पर ना तो वेतन दे पा रहे हैं ना ही उन्हें उचित मानदेय दे पा रहे हैं , तो कैसा सम्मान।पिछले कई वर्षो से आर टी ई की राशि रोक कर रखी गई है,और पिछले 12 वर्षों से आरटीई की राशि में कोई वृद्धि नहीं की गई है ।जबकि महंगाई कहां से कहां पहुंच गई है। शासन का रहा दबाव दूसरी ओर आरटीई में प्रवेश देने शासन का जबरदस्त दबाव रहता है। जब हमारे स्कूलों के 25 प्रतिशत छात्रों का पैसा स्कूलों को मिलेगा ही नहीं, तो स्कूल कैसे चलेगा ?बार-बार स्कूलों की कमियां बताकर पैसा को रोक दिया जाता है । अब प्रदेश संगठन ने आंदोलन करना तय किया है । प्रदेशवासियों के समक्ष रखेंगें बात 5 सितंबर को स्कूल बंद रखकर शिक्षक दिवस ना मना कर , काली पट्टी लगाकर, प्रेस वार्ता कर अपनी पीड़ा प्रदेशवासियों के समक्ष रखेंगे। राजेंद्र सिंह चंदेल ने सभी निजी स्कूल संचालको से इस आंदोलन में बढ़ चढ़ कर हिस्सा लेने की अपील की है , ताकि समय पर सभी निजी स्कूलों को प्रतिपूर्ति राशि प्राप्त हो सके किसी भी स्कूल को किसी भी तरह की कोई समस्या न हो।