जालबांधा. जालबांधा समिति में खाद की किल्लत से किसान परेशान हो रहे हैं. पर्याप्त मात्रा में खाद नहीं मिलने से परेशान किसान निजी दुकानों की ओर रूख कर रहे हैं और अधिक दर पर खाद खरीदने मजबूर हो रहे हैं. विगत दिनों जालबांधा समिति में महज 400 बोरी डीएपी खाद मंगाई गई थी जिसे 5 एकड़ पीछे 1 बोरी डीएपी खाद किसानों को थमाया गया ऐसे में किसी कैसे खेती कर पायेगा. जिन किसानों को खेती करने के लिये 20 से 25 बोरी खाद की आवश्यकता है उन्हें केवल 2-3 बोरी खाद ही मिल पा रहा है ऐसी स्थिति में जालबांधा क्षेत्र के किसान लंबी दूरी तय खैरागढ़, बाजार अतरिया, पटेवा पहुंचकर दुकानदारों से अधिक कीमत अदा कर खाद खरीद रहे हैं जिससे उनकी आर्थिक स्थिति खराब हो रही है. किसानी कार्य के शुरूआत में ही धान बोआई के समय किसानों को पर्याप्त खाद नहीं मिल पा रहा है जो एक गंभीर समस्या बन गई है. वर्तमान में बिना खाद के खेती कर पाना किसानों के लिये बेहद ही मुश्किल है, ऐसी परिस्थिति में भी शासन-प्रशासन के द्वारा इस गंभीर समस्या का समाधान नहीं किया जा रहा है. बारिश का मौसम लगते ही किसान धान का थरहा डाल रहे हैं तथा कुछ गांवों में रोपाई कार्य शुरू हो गया है जिन्हें वर्तमान में खाद की अधिक आवश्यकता है लेकिन 5 एकड़ पीछे 1 बोरी खाद वितरण से किसानों की समस्या बढ़ गई है. फिलहाल समिति में खाद नहीं होने के कारण किसान मायूश होकर वापस लौट रहे हैं.