भ्रष्टाचार का मामला आया सामने
खैरागढ़. जनपद पंचायत अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत टेकापार कला में वित्तीय वर्ष 2020-21 से लेकर आज तक 52 लाख 44 हजार 9 सौ 40 रूपयें का विकास के नाम पर खर्च किया गया है। लेकिन गांव में विकास कम भ्रष्टाचार ज्यादा दिखाई दे रहा है। टेकापार कला के सरपंच राजेश सिंह ने ऐसे दुकान को राॅ-मटेरियल का भुगतान किया है जिस दुकान में राॅ-मटेरियल सामान मिलता ही नही। जानकारी अनुसार ग्राम के ओमप्रकाश वर्मा का गांव में आॅनलाइन सेंटर की दुकान है साथ ही ग्राम पंचायत में रोजगार सहायक नहीं होने से संपूर्ण नरेगा के काम को देखरेख करता है। जिसके एवज में ग्राम पंचायत द्वारा मानदेय प्रदान किया जाता है। लेकिन सरपंच द्वारा इसी युवक के खाते में लगभग 5 लाख का भुगतान रेती, गिट्टी, सीमेंट, आॅपरेटर मानदेय, फोटोकाॅपी, ईट, पाइप सामाग्री की खरीदी का भुगतान किया गया है। जबकि उक्त युवक के दुकान में इस प्रकार की समान की सप्लाई नही की जाती है।
नाली निर्माण कराया ही नही फिर भी कर दी लाखों का भुगतान
ग्राम के निवासियों ने बताया की वर्तमान सरपंच द्वारा अपने कार्याकाल के दौरान एक भी नाली का निर्माण नही कराया गया है। जबकि जानकारी अनुसार नाली निर्माण के नाम पर लाखों का भुगतान किया गया है। वर्ष 2020-21 में 34 हजार, वर्ष 2021-22 में 79964 रूपयें, 2022-23 में 34150 रूपयें, वर्ष 2024-25 में क्रमशः 50000 रूपयें, 45000 रूपयें का भुगतान किया गया है। अब सवाल यह उठ रहा जब नाली निर्माण कराया ही नही तो नाली निर्माण के नाम क्यों निकालें।
4 सालों में दो बार कराया शितला मंदिर का रिपेरिंग
वर्ष 2020-21 में शितला मंदिर का मरम्मत कराया गया था। उसके बाद वित्तीय वर्ष 2024-25 में भी उसी मंदिर का रिपेरिंग कराया जा रहा है। रिकार्ड अनुसार 2020-21 में एक लाख रूपयें व वित्तीय वर्ष 2021-22 में पुताई के नाम पर 20 हजार रूपयें, वित्तीय वर्ष 2024-25 में पुनः मंदिर के जिर्णोद्धार के लिए 20 हजार रूपयें निकाले गए है। अभी रिपेरिंग काम जारी है और हजारों का बिल पेंड़िग बताया जा रहा है।
पांच साल में 15 वित्त मद से निकालें 25 लाख से अधिक रूपयें
टेकापार कला में भ्रष्टाचार के सीमाएं पार कर दी गई है। सरपंच-सचिव व पंच मिलकर पांच सालों में 15वें वित्त मद 25 लाख से अधिक रूपयें से निकालें गए है। इन रूपयें को निकालने 135 बिलों का उपयोग किया गया है। जिसमें मजदूरी भुगतान करने के लिए 125153 रूपयें, राॅ-मटेरियल 983300 रूपयें, आॅपरेटर माॅनदेय के लिए 91900 रूपयें, पाइप लाईन विस्तार के लिए 1049767 रूपयें जबकि गांव में नल-जल योजना के तहत पाइप लाइन निरंतर विस्तार हो रहा है। 293624 रूपयें को फोटो काॅपी, सेनेटाईजर, मलबा ढुलाई, साफ-सफाई आदि कामों के लिए निकाले गए है।
मेरे द्वारा मटेरियल संबंधी किसी भी प्रकार का बिल नही दिया गया है। नहीं मेरे द्वारा राॅ-मटेरियल की सप्लाई की गई है। यह सच बात है कि मेरे अकांउट में लाखों रूपयें आए थे उसे निकालकर सरपंच को दे दिया गया है। मै नही जानता हुं की मेरे अकाउंट में किस सामाग्री या काम का राशि आया था। मेरे पास जीएसटी नंबर भी नहीं है। मेरे द्वारा पंचायत में फोटो काॅपी व ऑपरेटर मानदेय का बिल दिया गया था। क्योकि मै वह काम करता हुं।
-ओमप्रकाश वर्मा, दुकान संचालक व जिसके अकाउंट मे हुए फर्जी भुगतान
ओमप्रकाश मेरे ऑपरेटर वह पंचायत का काम करता है। भुगतान संबंधी जानकारी मै बाद मे दूंगा अभी बाहर हूं।
-राजेश सिंह, सरपंच टेकापारकला