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जांच के नाम पर खानापूर्ति कर आ गए अधिकारी Featured

चोरी छुपे जांच करके आ गए अधिकारी

खैरागढ़. ग्राम पंचायत पचपेड़ी में स्थित पटेल तालाब के पत्थर को पंचायत के रुपए से खनन कराकर सरपंच अपने क्रेशर संचालक दोस्त को निशुल्क दे दिया था। जिसके बाद भास्कर ने इस मुद्दे को प्रमुखता से उठाया जिसके बाद जिला कलेक्टर के आदेश पर जिला खनिज अधिकारी बबलू पांडे के नेतृत्व में जांच टीम गठित की गई थी। बबलू पांडे द्वारा पंचायत सचिव को उक्त संबंध में 3 दिवस के भीतर जानकारी मंगाई गई थी। साथ ही 10 अक्टूबर को जिला खनिज अधिकारी अपनी टीम के साथ जांच करने चोरी छुपे मौके पर पहुंचे कर जांच करके आ गए। लेकिन इनकी सूचना पंचायत पदाधिकारियों को नही दी गई। पंचो ने जांच अधिकारी पर सरपंच-सचिव को बचाने का गंभीर आरोप लगाया गया है। पंचो ने बताया की पटेल तालाब से किमती पत्थर करीबन 100 हाईवा से अधिक को निकाले गए है। और पंचायत पदाधिकारियों गुमराह में रखते हुए पत्थर को दे दिया गया। इस दौरान पंचो ने यह भी बताया की पंचायत द्वारा पत्थर को निकालने की बात हुई थी लेकिन किसी को पत्थर देने और बेचने की प्रस्ताव नही हुआ था। सरपंच-सचिव द्वारा तनाशाही करते हुए अपनी मर्जी से पत्थर को बेच दिया।


कीमती पत्थर को निःशुल्क देेने की बात भी संदेहस्पद

पंचो ने भी इस बात को लेकर भी संदेहस्पद जताया की जो पत्थर कीमती है और सीमित क्षेत्र में मिलता है उस पत्थर को निःशुल्क दिया जाना संभव ही नही है। अधिकारी भी जिस हिसाब से चोरी छुपके जांच करके गया है उस हिसाब से अधिकारी की भूमिका भी संदेहस्पद लगा रहा है और जरूर इसमें मिलीभगत करके क्रेशर संचालक को फायदा पहुंचाने खेल-खेला गया हैं।



सचिव जांच के दौरान नही था उपस्थित

ग्राम पंचायत सचिव संजय मारकंडे जांच के दौरान मौके पर उपस्थित नही था। उक्त मामले से संबंधी दस्तावेज को खनिज शाखा में जाकर जमा किया गया। इस संबंध में सचिव को जानकारी लिया गया तो उन्होने बताया की जांच का नोटिस सरपंच को दिया गया था। मुझे जांच अधिकारी द्वारा फोन लगाया गया था। मौके पर उपस्थित होना है लेकिन उस दौरान मै बाहर था। और जांच में शमिल होना उस समय संभव नही था।

 

पत्थर को पटेल तालाब से निकालने की प्रस्ताव परित हुआ था। लेकिन बेचने या निःशुल्क देने कोई प्रास्ताव परित नही किया गया है। जांच करने आए अधिकारी द्वारा किसी प्रकार की सूचना नही दी गई थी आप बता रहे है तो पता चल रहा है।

-संतोष, उपसरपंच पचपेड़ी

 

मुझे कोई सूचना जांच संबंधी नही दिया गया है बिना प्रस्ताव के पटेल तालाब के पत्थर को क्रेशर संचालक को दिया गया है। पंचायत में मासिक बैठक का भी आयोजन नही किया जाता। जीरा गिट्टी डालने के नाम पर लीपा-पोती कर बिल निकाले गए है।

शंभू यादव, पंच वार्ड नम्बर 4


जांच हो गया है मुझे आपके माध्यम से पता चला रहा है। पत्थर संबंधी कोई प्रस्ताव नही किया गया है। पत्थर तो पूरा निकल गया है।

तीरथ मारकंडे, पंच वार्ड न. 6

 

सीधी बात ( बबलू पांडे, जिला खनिज जांच अधिकारी )

पंचो ने आरोप लगाया है की जांच की सूचना उन लोगो को नही दी गई है।

10 अक्टूबर को जांच करने गए थे जिसकी सूचना पंचायत को दिया गया था। मौके पर सरपंच-सचिव और ग्राम पटेल थे जिसके समक्ष जांच किया गया।

 

पत्थर बेचने या निशुल्क देने की बात को सरपंच ने स्वीकार किया है।

नही सरपंच द्वारा यह कहा जा रहा है की तालाब की सफाई कराया गया है। जिसका प्रस्ताव हुआ है उसकी काॅपी दी गई है।


केशर संचालक स्वयं बोल रहा की पत्थर पंचपेड़ी पंचायत से दिया गया है।

सरपंच लिखित में दिया की न ही पत्थर बेचा है न किसी को दिया है।


तालाब का पत्थर फिर कहा गया।

अभी तालाब में पानी है बाद में और जांच किया जायेगा।

जांच के दौरान मौके पर उपस्थित ग्रामीणों से उक्त संबंध में जानकारी नही ली।

सरपंच के साथ दो-चार ग्रामीण आए थे जिनसे पूछा गया तो उन्होने बताया की तालाब बनाने प्रस्ताव किया गया था।

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Last modified on Wednesday, 23 October 2024 17:37

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