अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का विमान लैंड कर गया है। ट्रंप भारत अपनी पत्नी मेलानिया ट्रंप, बेटी इवांका ट्रंप और दामाद जेरेड कुशनर भी साथ हैं। उनके साथ बारह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भी मौजूद हैं।
डोनाल्ड ट्रंप, पीएम मोदी के साथ एक रोड शो करेंगे और मोटेरा स्टेडियम में 'नमस्ते ट्रंप' कार्यक्रम में भाग लेंगे।
वो राजधानी में तो रहेंगे ही साथ ही अहमदाबाद भी जाएंगे। भारत और अमेरिका की ये दोस्ती नयी नहीं है। साल 1959 से ही तमाम अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के दौरे पर आते रहे हैं। जिससे दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत बने रहे। भारत अमेरिका से तमाम चीजें खरीदता है तो भारत के लोग अमेरिका में उनकी तमाम तरह की शक्तियों को मजबूत करने में लगे रहते हैं। तो आइये जानते हैं कि अब तक कितने अमेरिकी राष्ट्रपति भारत के दौरे पर कब-कब आए हैं।
डी.आइजनहावर (D. Eisenhower)
डी.आइजनहावर भारत आने वाले पहले राष्ट्रपति थे। वो दिसंबर 1959 में चार दिवसीय दौरे पर भारत आये थे। उस समय भारत के प्रधानमंत्री पं. जवाहरलाल नेहरू थे। इसके दौरान उन्होंने दिल्ली के रामलीला मैदान में रैली को भी संबोधित किया था। इसके अलावा उन्होंने भारतीय संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित किया था, उसके बाद ताजमहल देखने आगरा गए थे।
रिचर्ड निक्सन (Richard nixon)
डी. आइजनहावर के राष्ट्रपति रहते में ही रिचर्ड निक्सन उपराष्ट्रपति थे। वो राष्ट्रपति की हैसियत से भारत नहीं आए थे। निक्सन का यह दौरा उनके एशियाई दौरे का एक छोटा सा हिस्सा था। इस छोटे से दौरे से यह स्पष्ट था की दोनों देशों के बिच रिश्ते कुछ सामान्य नहीं थे। निक्सन केवल 22 घंटे दिल्ली में रुके थे। निक्सन भारत के दौरे पर तब आए थे जब यहां सत्ताधारी कांग्रेस पार्टी के भीतर इंदिरा गांधी को लेकर पार्टी के पुराने नेताओं में मनमुटाव और कड़वाहट थी। बाद कांग्रेस में तमाम तरह के उठापटक भी देखने को मिले थे।
जिमी कार्टर (Jimmy carter)
भारत के दौरे पर आने वाले अमेरिका के तीसरे राष्ट्रपति जिमी कार्टर थे। कार्टर जनवरी 1978 में 3 दिवसीय दौरे पर भारत आये थे। कार्टर का आगमन तब हुआ था जब चुनाव में इंदिरा गांधी को अपमानजनक हार मिली थी और जनता पार्टी को एक ऐतिहासिक जीत प्राप्त हुई थी। उनके इस दौरे के बाद 1971 में भारत-पाकिस्तान जंग और 1974 में भारत परमाणु परीक्षण से भारत और अमेरिका के रिश्तों में काफी सुधार आया था।
खास बात यह थी कि कार्टर की इच्छा थी की भारत परमाणु हथियार न बनाए, वो अपने इस लक्ष्य से पीछे हो जाए मगर ऐसा नहीं हुआ। भारत ने अपनी सैन्य शक्ति को मजबूत करने के लिए परमाणु हथियार बनाया।
बिल क्लिंटन (Bill Clinton)
मार्च सन 2000 में जब भारत में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार थी, तब बिल क्लिंटन अपने दुसरे कार्यकाल के आखिरी महीनो में पांच दिवसीय दौरे पर अपनी बेटी चेल्सिया के साथ भारत आये थे। जो की किसी भी अमेरिकी राष्ट्रपति का अब तक का सबसे लम्बा दौरा रहा है।
उस समय क्लिंटन आगरा, हैदराबाद, मुंबई, जयपुर और दिल्ली गए थे। क्लिंटन ने भी संसद को संबोधित किया था। 1998 में भारत और पाकिस्तान के परमाणु परीक्षण के बाद क्लिंटन ने दोनों देशों पर कड़े प्रतिबंध लगा दिए थे। 1998 में परमाणु परीक्षण के दो साल बाद वो भारत आए थे। इस दौरे में क्लिंटन पाकिस्तान भी गए थे लेकिन मात्र कुछ घंटों के लिए।
जॉर्ज डब्ल्यू बुश (George W. Bush)
बिल क्लिंटन के दौरे के 6 साल बाद जॉर्ज डब्ल्यू बुश भारत के दौरे पर आए थे। जॉर्ज बुश और अमेरिका की पहली महिला लारा बुश उनके साथ आई थीं। इन दोनों का भारत दौरा महज 60 घंटे का था। उस समय देश में मनमोहन सिंह की सरकार थी और वामपंथी पार्टियों के समर्थन से चल रही थी। वामपंथी पार्टियां बुश के दौरे का विरोध कर रही थीं।
वामपंथी पार्टियों ने ही बुश को संसद के संयुक्त सत्र को संबोधित नहीं करने दिया था। उसके बाद बुश को दिल्ली के पुराना क़िला में गिने-चुने लोगों को संबोधित करना पड़ा था। बुश के इसी दौरे में भारत ने परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर किया था। इसी समझौते के कारण भारत दुनिया का पहला देश बना जो एनपीटी यानी परमाणु अप्रसार संधि पर हस्ताक्षर किए बिना वाणिज्यिक परमाणु कार्यक्रम पर आगे बढ़ाता रहा।
बराक ओबामा, (Barack Obama)
2010 के नवंबर महीने में बराक ओबामा भारत आने वाले अमेरिका के 6 वें राष्ट्रपति थे। ओबामा और उनकी पत्नी मिशेल ने 26/11 के आंतकवादी हमले में मारे गए लोगों को मुंबई जाकर श्रद्धांजलि दी थी। उन्होंने आतंकंवादी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की थी। इस दौरे में मिशेल ओबामा ने बच्चों के साथ डांस भी किया था।
राष्ट्रपति ओबामा ने भारत की संसद को भी संबोधित किया था और संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में भारत की स्थायी सदस्यता का भी समर्थन किया था। राष्ट्रपति ओबामा ने भारत के इस निमंत्रण को स्वीकार कर लिया और वो एक बार फिर से 2015 में भारत आए। भारत के गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि बनने वाले बराक ओबामा अमेरिका के पहले राष्ट्रपति थे।