48 घंटे में पांच इंच बारिश से पहली बार लबालब हुए खैरागढ़ ब्लॉक के नौ जलाशय, बैराज के तीनों गेट सुबह किए बंद।
खैरागढ़. बारिश थमते ही नदी-नालों में पानी घटा, लेकिन जलाशय लबालब हो गए। छिंदारी बांध (रानी रश्मि देवी जलाश) का उलट चलने से मछली पकडऩे के लिए मछुआरों की भीड़ उमड़ रही है, जो एक-दो दिन तक जारी रहेगी। नवागांव बांध की स्थिति भी यही है। काश ! पानी को भी नक्शा दिखा देते साहब...
छिंदारी बांध का उलट देखिए, कैसे मछली पकड़ रहे मछुआरे
इधर 48 घंटों की बारिश के चलते पहली बार ब्लॉक के नौ जलाशय लबालब हैं। सभी में क्षमता के अनुसार सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी हो चुका है। सिंचाई विभाग के सब इंजीनियर जेके जैन का कहना है कि प्रकाशपुर, पेंड्री, भरदाकला, बढ़ईटोला, जुरलाकला, सारंगपुर आदि लगभग पांच साल में पहली बार पानी से लबालब हैं। विधायक ने कहा था- 'बाढ़ नहीं रोक पाएगा बैराज', सच साबित हुआ, जानिए कैसे?
गुरुवार रात साढ़े नौ मीटर पानी भरने के बाद प्रधानपाठ बैराज का एक गेट खोला गया था। बाकी दो गेट शुक्रवार सुबह 8 बजे खोले गए। इसके बाद नदी-नाले उफान पर आए। टिकरापारा, शिवमंदिर और किल्लापारा नगर से कट गया। निचली बस्तियों में पानी भरने के बाद वहां के रहवासियों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया। शनिवार को स्थिति सामान्य हो गई।

बैराज की सफाई बाद दोपहर तक भरा 9 मीटर पानी
जेके जैन ने बताया कि सभी गेट खोलने के बाद बैराज की सफाई हो गई। जंगल की लकडिय़ां बहकर आई थीं, उन्हें निकाल लिया गया। शनिवार सुबह तीनों गेट बंद कर दिए गए। इसके बाद भी दोपहर 3 बजे तक बैराज में 9 मीटर पानी था।
जानें बाकी जलाशयों में कितना है पानी और उनकी सिंचाई क्षमता
जलाशय | भराव क्षमता | सिंचाई क्षमता |
नवागांव | 5.0 मि. मी. | 1600 हेक्टेयर |
सारंगपुर | 1.2 घन मीटर | 214 हेक्टेयर |
साल्हेवारा | 1.5 मि. घन मी. | 182 हेक्टेयर |
पेंड्रीकला | 0.25 मि. घन मी. | 101 हेक्टेयर |
भरदाकला | 0.25 क्यू. मी. | 90 हेक्टेयर |
खुन्ना नाला | 0.33 मि. घन मी. | 67 हेक्टेयर |
मुढि़पार | 0.2 मि. क्यू. मी. | 67 हेक्टेयर |
बढ़ईटोला | 0.15 क्यू. मी. | 50 हेक्टेयर |
प्रकाशपुर | 0.12 मि. घन मी. | 40 हेक्टेयर |
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