खैरागढ़ मंडल के अध्यक्ष सहित पांच पदाधिकारी सोमवार (13 दिसंबर) को इतवारी बाजार तिराहे पर पालिका के खिलाफ देंगे धरना।
इतवारी बाजार में मुख्य सड़क का गड्ढा परेशानी का सबब बना हुआ है। पालिका ध्यान नहीं दे रही। पहले हल्ला मचा तो डस्ट डालकर भूल गई। मंडल अध्यक्ष अनिल अग्रवाल ने पिछले दिनों 25 नवंबर को एसडीएम को ज्ञापन देकर ध्यान आकर्षित कराया और अल्टीमेटम दिया कि सात दिनों के भीतर सुधार नहीं हुआ तो चरणबद्ध आंदोलन होगा।
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मंडल अध्यक्ष के ज्ञापन बाद भी पालिका में बैठे भाजपा के पार्षद खामोश रहे। कोई हल्ला नहीं मचा, न ही किसी ने सवाल खड़े किए। इसी खामोशी में नौ दिन बीत गए। कार्रवाई न होता देख मंडल अध्यक्ष अनिल ने एसडीएम को एक और पत्र लिखा, जिसमें पहले सौंपे गए ज्ञापन का हवाला देते हुए इतवारी बाजार तिराहे पर विभाग के खिलाफ प्रदर्शन की सूचना दी।
अनिल ने बताया कि पालिका ने समस्या का निराकरण नहीं किया है। इसलिए वे चरणबद्ध आंदोलन पर मजबूर हैं। सोमवार को उनके साथ मंडल उपाध्यक्ष कीर्ति वर्मा, महिला मोर्चा अध्यक्ष नीलिमा गोस्वामी, युवा मोर्चा उपाध्यक्ष शौर्यादित्य सिंह और मंडल के मीडिया प्रभारी शशांक ताम्रकार मौन रहकर धरने पर बैठेंगे। यह प्रदर्शन दोपहर 12 बजे से 2 बजे तक चलेगा।
जेल में नेताप्रतिपक्ष और उपाध्यक्ष पर कमीशनखोरी का आरोप
नगर पालिका परिषद में कुल 12 पार्षद थे। वार्ड-3 की पार्षद के इस्तीफा देने के बाद इनकी संख्या 11 हो गई। नेता प्रतिपक्ष कमलेश कोठले पर धोखाधड़ी का आरोप है। वह जेल में है। उपाध्यक्ष रामाधार रजक पर कमीशनखोरी का आरोप है। इससे संबंधित वायरल वीडियो की एसीबी (एंटी करप्शन ब्यूरो) जांच कर रही है। बचे नौ में से एक ने भी नेतृत्व नहीं संभाला है। इसलिए विपक्ष की भूमिका शून्य है।
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कार्यकाल के दिन गिन रहे कांग्रेसी पार्षद
नगर सरकार में बैठे कांग्रेसी पार्षद कार्यकाल के दिन गिन रहे हैं, जो इसी महीने समाप्त होने वाली है। इतवारी बाजार के गड्ढे में डस्ट डलवाते समय फोटो खिंचाने वालों ने भी चुप्पी नहीं तोड़ी है। हालांकि सभापति मनराखन देवांगन ने जल्द मरम्मत का आश्वासन जरूर दिया था, लेकिन कार्रवाई नहीं हुई।