रायपुर. प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल का छत्तीसगढ़िया अंदाज एक बार फिर सामने आया जब वे माना कैंप स्थित शासकीय बहुदिव्यांग गृह पहुंचे। वहां के बच्चों से बड़ी आत्मीयता से मिले। जब बच्चों ने जसगीत सुनाया तो बघेल ने उनके सुर से सुर मिलाया। गीत की लय पर ताल ठोंका। उनका हौसला बढ़ाया और खूब आशीर्वाद दिया। फिर बच्चों ने शिक्षण-प्रशिक्षण सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली।
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दिव्यांग बच्चों से मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री बघेल ने माना स्थित समाज कल्याण परिसर में दिव्यांग एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के लिए एक माडल सेन्टर के रूप में विकसित किए जाने और इसके लिए 5 करोड़ रूपए प्रदान करने की घोषणा की। माना स्थित लगभग 6 एकड़ में फैले इस परिसर के पुराने बैरकों को तोड़कर दिव्यांगजनों के लिए बाधारहित एकीकृत भवन का निर्माण किया जाएगा। जिसमें दिव्यांगजनों के लिए शिक्षण, प्रशिक्षण, उपचार कृत्रिम अंग सहायक उपकरण निर्माण और कौशल उन्नयन के लिए भवनों एवं केन्द्रों का निर्माण किया जाएगा।
बच्चों को कोरोना वायरस के सबंध में दी जानकारी
मुख्यमंत्री ने बच्चों से मुलाकात के दौरान उनसे कोरोना वायरस संक्रमण के बारे में सामाजिक दूरी बनाए रखने और हाथ लगातार धोते रहने की समझाइश दी। सेरेब्रल पाल्सी गेट लेब का भी अवलोकन कर विभिन्न अत्याधुनिक उपकरणों का अवलोकन किया। समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों ने विभिन्न उपकरणों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने यहां फुट स्केनर मशीन में स्केन भी कराया।
27 बच्चों को दी जा रही नि:शुल्क ट्रेनिंग
उल्लेखनीय है कि इस केन्द्र में मानसिक के साथ-साथ बहुदिव्यांग एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चों के शिक्षण-प्रशिक्षण की निःशुल्क व्यवस्था है। वर्तमान में यहां 27 बच्चे रह रहे हैं। इस केन्द्र में उनके आवास, भोजन, स्वास्थ्य जांच सहित उनके शारीरिक एवं मानसिक विकास के लिए अनेक उपकरण एवं सुविधाएं उपलब्ध करायी गई हैं। इस मौके पर पूर्व जिला पंचायत सदस्य पंकज शर्मा, समाज कल्याण विभाग के सचिव आर प्रसन्ना, संचालक पी. दयानंद, कलेक्टर एस भारतीदासन, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आरीफ शेख मोहम्मद, नगर निगम रायपुर के कमिश्नर सौरभ कुमार सहित विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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