ख़ैरागढ़. भले ही पूरे देश में लॉक डाउन के नियमों में ढील दी गई है। पर जिला सहकारी बैंक मर्यादित की कोरोना प्रोटोकॉल के नाम पर बनाई व्यवस्था ने आम किसानों को परेशान कर रखा है। किसान पहले टोकन कटाने के लिए बस स्टैंड में बनाए गए अस्थाई टोकन काउंटर में लाइन लगाते हैं। फिर टोकन लेकर बैंक पहुंचते हैं। और बैंक के बाहर लाइन लगाते हैं। जिसके बाद फिर एक - एक बैंक के भीतर बुलाकर पेमेंट किया जाता है। जिसकी वजह से किसान परेशान हो चुके हैं। जहां अन्य बैंकों में सिंगल विंडो व्यवस्था है,वहीं सहकारी बैंक में व्यवस्था के नाम पर किसानों को भटकाया जा रहा है। बैंक के हालात इस कदर बदतर हैं कि यदि किसान बैंक के काम से ख़ैरागढ़ सहकारी बैंक पहुंचते हैं,तो उनके पूरे दिन का समय निकल जाता है। ज्यादतर किसान विथ ड्रॉल फॉर्म सही राशि आहरण करते हैं। पर विथ ड्रॉल फॉर्म के बाद उन्हें टोकन सिस्टम में जाना पड़ता है। बैंक में अपनी बारी का इंतज़ार 60 वर्षीय बिसाहिन वर्मा बाजगुड़ा ने बताया कि वे लकवाग्रस्त हैं और बीते 2 घंटे से अपनी बार का इंतज़ार कर रही हूं। अब अभी 2 घंटे और लगेंगे।
चेक में भी टोकन सिस्टम
सहकारी बैंक के टोकन सिस्टम चेक में भी लागू है,जबकि अन्य बैंकों में चेक से ही सीधे भुगतान हो जाता है। लेकिन सहकारी बैंक में चेक में भी टोकन सिस्टम लागू है। चेक से राशि निकालने में भी टोकन का पालन करने की बाध्यता है। चेक लिमिट भी मात्र 25000 रुपए की है। जिसकी वजह से अपनी ही जमा राशि निकालने किसान बैंक के कई चक्कर लगाते हैं।

बैंक कर्मी ही नहीं लगाते हैं मास्क,करते हैं दुर्व्यवहार
किसानों को तो कोरोना का हवाला देकर मास्क लगाने के लिए बाध्यता है,लेकिन बैंक स्टाफ इससे मुक्त हैं । और बैंक के ज्यादतर कर्मचारी इस दौरान मास्क नहीं लगाते। किसानों को बैंक में टोकन लेने लेकर राशि आहरण दुर्व्यवहार का सामना करना पड़ता है।
पार्किंग की भी नहीं है व्यवस्था
बैंक में पार्किंग की भी कोई व्यवस्था नहीं है। बैंक स्टाफ से लेकर किसानों की गाड़ियां बैंक परिसर के बाहर अस्त व्यस्त खड़ी रहती है। जिसके चलते यातायात तो बाधित रहता है। हादसे का भी डर बना रहता है।

इसलिए जरूरी है सुधार
00 इसी बैंक में है ज्यादातर किसानों का खाता।
00 वनवासी क्षेत्र से लेकर दूर दूर से आते हैं किसान
00 धान खरीदी की सारी राशि बैंक के इसी खाते में आती है।
00 किसानों को योजनाओं के लाभ के लिए भी सहकारी बैंक में खाता होना आवश्यक है।
सिस्टम सुधार की पहल होगी, मैं खुद देखता हूँ - नवाज़ खान
- जिला सहकारी केंद्रीय बैंक अध्यक्ष नवाज़ ने कहा कि यदि किसानों के साथ दुर्व्यहार जैसी चीजें सामने आ रही हैं,तो इसे लेकर तुंरत एक्शन लिया जाएगा। बाकी सिस्टम में सुधार करने की पहल भी की जाएगी। 3 बार लाइन लगाने की व्यवस्था आ खुद जाकर देखता हूँ।
टोकन लेना होगा - कैशियर सौरभ पटेल
बैंक कैशियर सौरभ पटेल ने कहा कि चेक के लिए भी टोकन लेना होगा। तभी पेमेंट होगा। यही सिस्टम है।