ख़ैरागढ़. फ्रांस के एनजीओ समूह की दो सदस्यों मेलिस सुर्या और कार्ला लोपेज़ ने महाअभियान के कार्यों को करीब से जाना। दोनों ने निर्मल त्रिवेणी महाअभियान के उद्देश्यों और कार्यो को बारीकी से समझा। बाईपास में पौधा संरक्षण के प्रयासों के दौरान पहुंचीं दोनों सदस्यों ने निर्मल त्रिवेणी महाअभियान के प्रत्येक चरण के बारे में जाना। महाअभियान के संयोजक भागवत शरण सिंह ने एनजीओ की सदस्यों को बताया कि आमनेर,पिपरिया और मुस्का तीनों नदियों की निर्मलता को लेकर यह प्रयास शुरू हुआ है। और इसे 3 चरणों मे विभक्त किया गया है। सिंह ने बताया कि इन कार्यों के लिए किसी प्रकार का बाहरी डोनेशन नहीं लिया जाता। श्रमदानी साथी ही अभियान के समस्त खर्च वहन करते हैं। इस दौरान महाअभियान के सदस्य सूरज देवांगन,उमेद पटेल,मंगल सारथी,गौतम सोनी,शमशुल होदा खान,किशन सारथी,शिल्पी सोनी सहित अन्य मौजूद रहे।
ढाई वर्षों से प्रतिदिन जारी है श्रमदान
बीते ढाई वर्षों से महाअभियान में निंरतर श्रमदान जारी है,रोज़ाना अभियान के सदस्य 2 घंटे श्रमदान करते हैं। गुरुवार को फ्रांस के एनजीओ की दोनों सदस्यों ने भी श्रमदान में भागीदारी निभाई।
जताया आश्चर्य,की प्रशंसा
एनजीओ की दोनों सदस्यों मेलिस और कार्ला ने नियमित श्रमदान के लक्ष्य पर आश्चर्य जताया और कहा कि यह प्रेरणादायी कार्य है। दोनों सदस्यों ने बताया कि दीवालों में किए गए रंगरोगन के कार्यों की भी प्रशंसा की।