खैरागढ़ के कमल विलास पैलेस में पत्रकारों से चर्चा के दौरान विधायक देवव्रत सिंह ने कहा- भाजपा की सोच के विरोध में थे अजीत जोगी, आज उनके पुत्र का BJP को समर्थन देना बहुत ही गलत कदम है।
खैरागढ़. मरवाही चुनाव में खैरागढ़िया सियासत ने जोरदार दखल दी है। शनिवार को पत्रकारों से चर्चा के दौरान जोगी कांग्रेस के विधायक देवव्रत सिंह ने अमित जोगी को ही आड़े हाथों लिया। कहा- ‘अजीत जोगी ने बाइबल, कुरान और गीता की कसम खाकर बोला था कि मैं जीवन में भारतीय जनता पार्टी को समर्थन नहीं दे सकता। क्योंकि भाजपा की सोच के विरोध में थे वे।’
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‘जोगी जी ने वहां बड़ी लड़ाई लड़ी थी। जिस प्रकार से वहां हिन्दुत्व का कार्ड चलाया जाता था। जोगी जी को प्रताड़ित किया जाता था। आदिवासियों को मरवाही क्षेत्र में प्रताड़ित किया जाता था। उसके विरोध में थे, अजीत जोगी। और आज उनका (अमित जोगी) का समर्थन देना, भाजपा को, निश्चित रूप से बहुत ही गलत कदम है।’
‘जब-जब कांग्रेस और भाजपा की सीधी लड़ाई हुई, या तो अजीत जोगी जी मौन रहे या कांग्रेस की लाइन पर निर्णय लिए। उदाहरण के तौर पर जब लोकसभा में नरेंद्र मोदी और राहुल गांधी के बीच में चुनाव होना था, तो अजीत जोगी ने कांग्रेस को समर्थन दिया और हम सबको निर्देश दिया कि कांग्रेस के समर्थन में काम करें।’
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‘अजीत जोगी जी को 20 से 22 साल तक नकली आदिवासी स्थापित करने में भाजपा लगी रही। विधानसभा के पिछले पांच चुनाव भी भाजपा ने इसी के दम पर लड़ा। जोगी जी को पूरी तरह से अपमानित किया। बदनाम किया। जबकि उस समय तो जोगी जी के पास प्रमाणपत्र था। आदिवासी क्षेत्र से वे विधायक-सांसद चुनकर आते थे। तब भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें बदनाम करने की कोशिश की। उस समय किसी प्रकार की न्याय यात्रा नहीं निकाली गई।’
वीडियो में देखिए अमित जोगी के इस कदम के खिलाफ क्या कह रहे हैं देवव्रत