सोमवार शाम साढ़े चार बजे राजभवन में राज्यपाल फागू चौहान दिलाएंगे सीएम सहित 15 मंत्रियों को शपथ।
रागनीति डेस्क. बहुमत आसिल करने के बाद नीतिश कुमार सोमवार को सातवीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। शाम साढ़े चार बजे राज्यपाल फागू चौहान उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाएंगे। कार्यक्रम राजभवन में होगा।
यह भी पढ़ें: दिवाली की खरीदारी कर घर लौटते हुआ हादसा, अधेड़ की मौत
भले ही बीजेपी राज्य में दूसरी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी हो, लेकिन चुनाव पूर्व किए गए वादे के अनुसार नीतीश कुमार को ही मुख्यमंत्री बनाने जा रही है। राज्य में जेडीयू की स्थिति पहले की तुलना में काफी बदली हुई नजर आएगी। चूंकि सरकार में अहम पद बीजेपी अपने पास ही रख सकती है।
एनडीए में जेडीयू की तुलना में कहीं अधिक सीटें जीतने वाली बीजेपी पहले के मुकाबले अधिक तोल-मोल वाली स्थिति में आ गई है। इसका असर, बिहार की नई एनडीए सरकार में शुरुआत से ही दिखाई दे सकता है। दरअसल, पहले जहां बिहार की एनडीए सरकार पर बीजेपी सुशील मोदी को डिप्टी सीएम बनाती थी, अब पार्टी अपने दो नेताओं को डिप्टी सीएम बनाने जा रही है।
बढ़ेगी डिप्टी सीएम की संख्या
नीतीश कुमार और सुशील मोदी की जोड़ी बिहार में काफी चर्चित रही है, एक सीएम और दूसरा डिप्टी सीएम। हालांकि बीजेपी ने इस बार डिप्टी सीएम पर फैसला करके जता दिया है कि आगामी बिहार सरकार पहले की तुलना में काफी अलग होगी। खबर है कि इस बार बीजेपी कोटे से तार किशोर प्रसाद और रेणु देवी डिप्टी सीएम बनने जा रही हैं।
एनडीए विधानमंडल दल की बैठक में ही दोनों का चयन बीजेपी विधानमंडल दल के नेता व उपनेता के तौर पर हुआ है। नेता चुने जाने के बाद, तारकिशोर रविवार देर शाम बिहार बीजेपी प्रभारी भूपेन्द्र यादव और चुनाव प्रभारी सह महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेन्द्र फडणवीस के साथ मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सरकारी आवास पहुंचे थे।
यह भी पढ़ें: दिवाली की खरीदारी कर घर लौटते हुआ हादसा, अधेड़ की मौत
इसके बाद रात 11 बजे तक चली इस बैठक में दो डिप्टी सीएम को लेकर सहमति बनी। हालांकि बीजेपी इससे पहले भी यूपी में दो डिप्टी सीएम बना चुकी है। केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा के रूप में दो डिप्टी सीएम बनाए गए थे। बिहार में तारकिशोर प्रसाद वैश्य समुदाय से हैं तो बीजेपी विधानमंडल दल की उपनेता बनीं रेणु देवी नोनिया समाज से हैं।
विधानसभा का स्पीकर भी बीजेपी का!
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो बिहार विधानसभा स्पीकर का पद भी बीजेपी को ही जाएगा। हालांकि जेडीयू इसे अपने पास ही रखती आई है और इस बार भी चाहती है, लेकिन एनडीए में अधिक सीट जीतने वाली बीजेपी स्पीकर पद के लिए दबाव बना रही है।
यह भी पढ़ें: दिवाली की खरीदारी कर घर लौटते हुआ हादसा, अधेड़ की मौत
इस पद के लिए दबाव बनाने के पीछे संख्या बल ही है, जबकि जेडीयू का तर्क यह है कि विधान परिषद के कार्यकारी सभापति बीजेपी के ही हैं। हाउस में जेडीयू के अधिक सदस्य हैं। इसके बावजूद माना जा रहा है कि बिहार विधानसभा में स्पीकर पद बीजेपी की झोली में जा सकता है।
बीजेपी के कोटे से हो सकते हैं ज्यादातर मंत्री
ज्यादा सीटें हासिल करने के कारण ज्यादातर मंत्री पद पर बीजेपी का कब्जा रहने की संभावना प्रबल है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार समेत 15 लोगों को आज शाम साढ़े चार बजे शपथ दिलाए जाने की संभावना है। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक नई सरकार के इस पहले शपथ ग्रहण समारोह में जो नेता शपथ लेंगे उनमें छह जदयू, छह भाजपा और एक-एक हम और वीआईपी से होंगे।
यह भी पढ़ें: दिवाली की खरीदारी कर घर लौटते हुआ हादसा, अधेड़ की मौत
हालांकि, आने वाले समय में मंत्रिमंडल विस्तार किया जाएगा, जिसमें बीजेपी के ज्यादा मंत्री हो सकते हैं। बिहार में अधिकतम 36 मंत्री हो सकते हैं। ऐसे में विधायकों की संख्या के लिहाज से बीजेपी को सबसे अधिक 20-21 जबकि जेडीयू को सीएम समेत 13-14 मंत्री मिलेंगे।
जानिए हालही में हुए चुनाव में किसे कितनी मिली थीं सीटें?
बिहार विधानसभा चुनाव के नतीजों का ऐलान 10 नवंबर को हुआ था। एनडीए को 125 सीटें मिली थीं, तो महागठबंधन को 110 सीटों पर जीत हासिल हुई थी। वहीं 115 सीटों पर चुनाव लड़ने वाली जेडीयू ने सिर्फ 43 सीटों पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी ने इस बार 74 सीटें जीती हैं।