महाशिवरात्रि-महापर्व: खैरागढ़ में पांच दिवसीय आयोजन के पहले दिन नारी-शक्ति का सम्मान
खैरागढ़ के रूख्खड़ मंदिर में इस बार पांच दिवसीय महाशिवरात्रि महापर्व का आयोजन होगा। इसमें पहली बार द्वादश ज्योतिर्लिंगों की पूजा के साथ संगीतमय रुद्राभिषेक किया जाएगा। इसके लिए भिलाई से आचार्य कान्हा जी व देवा जी महाराज खासतौर पर पधारेंगे। ऊं नम: शिवाय का अखंड जाप होगा और भगवान शंकर की बारात भी निकलेगी।
लगातार दूसरे वर्ष हो रहे इस भव्य आयोजन की शुरुआत अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस (8 मार्च) से होगी। इस दिन गौधुलि बेला में गौ माता के पूजन बाद नारी शक्ति का सम्मान किया जाएगा। इस महापर्व को लेकर खैरागढ़ ही नहीं वरन गंडई और छुईखदान में भी तैयारियां शुरू हो गई हैं। पहले दिन ही सुबह खैरा के नर्मदा कुंड से जल लाने के लिए हिन्दू जनजागरण सेवा समिति का गठन किया गया है। इस समिति से जुड़े सैकड़ों कांवरिये नर्मदा जल लेकर रूख्खड़ बाबा के दरबार में पहुंचेंगे। श्री रूख्खड़ स्वामी ट्रस्ट समिति के अध्यक्ष रामकुमार सिंह ने बताया कि पांचों दिन अलग-अलग कार्यक्रम होंगे। इसमें कोरोना वारियर्स समाज सेवी संगठनों का सम्मान भी शामिल है।
निर्मल त्रिवेणी महाभियान के सदस्यों ने संभाली कमान
महापर्व के आयोजन को लेकर निर्मल त्रिवेणी महाभियान के सदस्यों ने कमान संभाल ली है। मंदिर परिसर की साफ-सफाई एवं पुताई का काम शुरू हो गया है। महाभियान के सदस्य रोजाना दो से तीन घंटे श्रमदान कर मंदिर को सजाने में जुटे हुए हैं।

चौथे दिन निकलेगी शिव बारात और पांचवें दिन भंडारा
8 मार्च सोमवार: सुबह 8 बजे खैरा से आएगा नर्मदा जल, शाम 5 बजे रूख्खड़ विहार में होगा गौ पूजन और शाम 6 बजे नारी शक्ति सम्मान समारोह।
9 मार्च मंगलवार: शाम 6 बजे सेवा सम्मान समारोह 2021, जिसमें कोरोना काल में काम करने वाले कोरोना वारीयर्स समाज सेवी संगठनों का सम्मान होगा।
10 मार्च बुधवार: शाम 6 बजे भजन संध्या का आयोजन रखा गया है।
11 मार्च गुरूवार: सुबह 6 से 10 बजे तक द्वादश ज्योतिर्लिंग पूजन एवं रूद्राभिषेक, ऊं नम: शिवाय का अखंड जाप और दोपहर 4 बजे शिव बारात।
12 मार्च शुक्रवार: सुबह 10:30 में हवन-पूजन बाद दोपहर 1 बजे से भंडारा होगा।