लालपुर मुक्तिधाम में श्रमदान के बाद शिक्षिका नेहा सिंह ने ऐसी सेल्फी ली।
अब गुरुओं के हाथों में सुरक्षित हुआ निर्मल त्रिवेणी महाभियान खैरागढ़ (Nirmal Triveni Mahabhiyog Khaira garg) का भविष्य, लालपुर के मुक्तिधाम में पौधा लगाने पहुंची महिलाएं।
खैरागढ़. निर्मल त्रिवेणी महाभियान का भविष्य अब शिक्षकों के हाथों में सुरक्षित है। टीम ने उन्हें ध्वजवाहक बनाया है ताकि उनके जरिए आने वाली पीढिय़ां त्रिवेणी की निर्मलता को जान सकें। ब्लाक के तकरीबन 250 शिक्षकों ने सोमवार (27 जुलाई) को श्रमदान किया और पौधे लगाए। श्रमदानियों की मेहनत तब रंग लाई जब श्मशान की खूबसूरती देख महिलाएं Selfie लेने से खुद को रोक नहीं पाईं। Also read: CORONA: रायपुर में सुबह ही कोरोना का फूटा बम 177 नए मरीजो की हुई पुष्टि, इनमे डॉक्टर भी है शामिल.
इतना ही नहीं, मुक्तिधाम की क्यारियों में पौधा रोपने के बाद सीमेंट के लाल-पीले बेंच पर वक्त भी बिताया। इससे पहले दुर्गा चौक परिसर में श्रमदान हुआ। कोरोना काल के मद्देनजर निर्मल त्रिवेणी महाभियान (Nirmal Triveni Mahabhiyog Khaira garg) की टीम ने सभी को मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने का अनुरोध किया था। सभी शिक्षक पूरी तैयारी के साथ कार्यक्रम में पहुंचे। Also read: चचेरी बहन के साथ किया दुष्कर्म फिर कर दी हत्या, झरने के पास शव फेंका
कुल्हड़ में उठाया काढ़े का लुत्फ
इम्युनिटी बूस्टर (Immunity Booster) काढ़े से शिक्षकों की खातिरदारी की गई। टीम की सदस्य कीर्ति वर्मा ने बताया कि गिलोय, काली मिर्च, मुलेठी, मुनक्का, अश्वगंधा, दालचीनी, सोंठ और तुलसी के पत्ते से काढ़ा बनाया गया था। ये सारी औषधियां निर्मल त्रिवेणी महाभियान (Nirmal Triveni Mahabhiyog Khaira garg) के औषधी वन से ही ली गईं थीं।
चेहरे पर दिखी उत्साह की चमक
कार्यक्रम की शुरुआत हुई सुबह तकरीबन साढ़े 6 बजे। एक-एक कर शिक्षकों का आना शुरू हुआ। आते ही किसी ने झाड़ू थामा तो कोई पौधों को निर्धारित स्थान पर ले जाने में जुट गया। इस तत्परता ने बताया कि निर्मल त्रिवेणी महाभियान (Nirmal Triveni Mahabhiyog Khaira garg) के 14 महीने के सफर से परिसर में मौजूद हरेक शख्स वाकिफ है। Also read: Corona काल में ठंडा व्यापार, गरमाई संघ की सियासत, चुनावी दंगल की तैयारी में Khairagarh के व्यापारी
वरिष्ठ अधिवक्ता सुभाष सिंह और मिहिर झा के साथ राज सिंह चौहान, पीएन मिश्र, रामकुमार सिंह, ओमंत ङ्क्षसह और प्रो. नीता सिंह गहरवार ने पौधा रोपण की शुुरुआत की। इसके बाद विभिन्न स्कूलों के शिक्षकों ने पौधे लगाए। इसके बाद निर्मल त्रिवेणी का ध्वज शिक्षकों को सौंपा गया।