0 Friendship Day पर निर्मल त्रिवेणी महाभियान खैरागढ़ के बैनर तले जुटे गंडई और छुईखदान के श्रमदानी भी।
0 राजनांदगांव सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सचिन बघेल ने पूरे महाभियान को बताया ऐतिहासिक।
खैरागढ़. Corona काल में निर्मल त्रिवेणी महाभियान (Nirmal Triveni Mahabhiyan) ने पर्यावरण प्रेम और मित्रता की अनूठी मिसाल पेश की। Friendship Day पर गंडई-छुईखदान के श्रमदानियों का काढ़े से स्वागत किया ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो। फिर 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाला तुलसी का छोटा पौधा कुल्हड़ में लगाकर भेंट किया। मकसद ये कि गंडई, छुईखदान और खैरागढ़ की मित्रता को हमेशा प्राण वायु मिलती रहे।

लालपुर श्मशान में मौजूद हरेक श्रमदानी पूरे आयोजन से गदगद दिखा। इस अवसर पर मौजूद राजनांदगांव सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष सचिन बघेल ने कहा कि यह पूरा महाभियान ही ऐतिहासिक है। ऐसी घटना जिसकी कभी किसी ने कल्पना नहीं की और किसी ने सोचा भी नहीं। जब सोचा तो कदम इसलिए नहीं बढ़ाया कि चल पाएंगे या नहीं। सफलता मिलेगी या नहीं।

सचिन ने कहा कि सामान्य तौर पर समाज की मानसिकता ऐसी ही होती है। जो अच्छा करने के लिए चलता है उसको सबसे ज्यादा तकलीफ होती है। भागवत शरण एक विषय को लेकर चले। उन्होंने खैरागढ़ के विभिन्न मोहल्लों से लोगों को जोड़ा। वह एक बडी सफलता है। आज यह अभियान छुईखदान से चलकर गंडई तक पहुंच गया है।
उन्होंने कहा कि परिसर में अलग-अलग राजनीतिक पार्टियों के भी लोग मोजूद हैं, लेकिन राजनीति को चौथे-पांचवें नंबर पर रखिएगा। पहले नंबर पर सबंध को ही स्थान देना चाहिए। इस अवसर पर जय जगन्नाथ सेवा समिति छुईखदान के संजीव दुबे ने कहा कि वे खैरागढ़ में हुए बदलावों को देखकर अभिभूत हैं। इस अवसर पर शरद श्रीवास्तव, आदित्य देव वैष्णव और मनोज चौबे के अलावा गंडई से श्यामपाल ताम्रकार, शिब्बू ताम्रकार, राकेश ठाकुर आदि मौजूद रहे।

कहीं आरती उतारी, कहीं तिलक से हुआ स्वागत
फ्रैंडशिप डे पर पहुंचे छुईखदान-गंडई के श्रमदानियों का खैरागढ़ में ऐतिहासिक स्वागत हुआ। पिपरिया में काढ़ा पिलाया गया। इसके बाद सभी गंजीपारा, औषधि उद्यान, दाऊचौरा, ईदगाह परिषद, तुरकारी पारा आदि में हुए कामों का अवलोकन करने पहुंचे। कहीं श्रमदानियों की आरती उतारी गई तो कहीं तिलक लगाकर स्वागत किया गया।
श्रमदानियों को बनाया ध्वज वाहक
निर्मल त्रिवेणी महाभियान की टीम ने श्रमदानियों को को पौधे तो भेंट किए ही, उन्हें महाभियान का ध्वज वाहक भी बनाया ताकि पूरे विधानसभा क्षेत्र में विचार का विस्तार हो। खैरागढ़ से लौटते वक्त श्रमदानियों ने कहा कि यह फ्रैंडशिप डे ताउम्र याद रहेगा।