खैरागढ़ पॉलिटेक्निक के सामने सूख चुके पेड़ को काटने के लिए सालभर पहले से आवेदन करने के बावजूद नहीं जागा वन विभाग, निष्क्रिय रहे राजस्व के अफसर भी।
खैरागढ़. राजनांदगांव-कवर्धा मुख्य मार्ग पर पॉलिटेक्निक के सामने सूख चुके शिरीष के पेड़ को काटने के लिए सालभर पहले से विभागों का ध्यान आकर्षण किया जा रहा है, लेकिन न तो वन विभाग ने रुचि दिखाई और न ही राजस्व के अफसर सक्रिय हुए।
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शुक्रवार (20 नवंबर 2020) सुबह तकरीबन 10 बजे इसी पेड़ की सूखी मोटी डंगाल अचानक नीचे खड़ी कार पर गिरी। उस डंगाल का एक सिरा फ्रंट ग्लास को तोड़ते हुए भीतर घुसा। गनीमत कि तब उस कार में कोई भी नहीं था। अगर ड्राइवर सीट पर कोई होता तो निश्चित तौर पर वह गंभीर रूप से घायल होता।

पुराना टिकरापारा निवासी आशालता मिश्रा ने वनविभाग और राजस्व विभाग के अफसरों को बार-बार आवेदन देकर इस सूखे पेड़ की तरफ ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने मुख्य नगर पालिका अधिकारी को भी इसकी सूचना दी, लेकिन किसी ने भी उनके आवेदन को गंभीरता से नहीं लिया।
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वार्डवासियों का कहना है कि यह पेड़ कभी भी गिर सकता है। इससे आसपास की दुकानें क्षतिग्रस्त हो सकती हैं। इसके बावजूद अफसरों की सुस्ती समझ से परे है।
अपर कलेक्टर ने एसडीएम को लिखा, फिर भी नहीं हुई कार्रवाई
आशालता मिश्रा के आवेदनपत्र को संज्ञान में लेते हुए अपर कलेक्टर ने एसडीएम को प्रकरण की जांच कर 15 दिवस के भीतर प्रतिवेदन भिजवाने के लिए लिखा। इसके 22 दिन बाद भी हालात जस के तस हैं।

डीएफओ साहब से अनुमति लेकर काटेंगे पेड़
इस संबंध में रेंजर बीएन दुबे का कहना है कि उन्होंने हालही में ज्वानिंग दी है। आवेदन के संबंध में उन्हें जानकारी नहीं है। मैं खुद इस मामले को संज्ञान में लूंगा और डीएफओ साहब से अनुमति लेकर पेड़ कटवाने की कार्रवाई करुंगा।