माधव मेमोरियल हॉस्पिटल के तीनों मेडिकल डायरेक्टरों व भवन मालिक पर कठोर कार्रवाई की अनुशंसा।
खैरागढ़ किल्लापारा स्थित माधव मेमोरियल हॉस्पिटल के दस्तावेजों की जांच और जिम्मेदारों के बयान बाद जांच टीम ने एसडीएम को प्रतिवेदन दिया है। इसमें तीनों मेडिकल डायरेक्टरों के साथ भवन मालिक पर तीखी टिप्पणी करते हुए लिखा गया है कि निरीक्षण के दौरान हॉस्पिटल में कई अनियमितताएं पाई गईं। इसके लिए प्रथम जवादारी तीनों मुख्य मेडिकल डायरेक्टरों सहित भवन के मालिक की है।
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सभी पढ़े लिखे डिग्रीधारी चिकित्सक हैं। इसके बावजूद इन्होंने अवैध कमाई की। शासन को टैक्स देने से भी बचे। चारों ने न केवल मरीजों को बल्कि शासन को भी गुमराह किया। मेडिकल डायरेक्टरों ने अपनी डिग्री का भी गलत इस्तेमाल किया है। इसलिए तीनों मेडिकल डायरेक्टरों पर कठोर कार्रवाई की अनुशंसा की गई है। राज्य मेडिकल बोर्ड को सभी तथ्यों की जानकारी भेजने के लिए भी कहा गया है ताकि भविष्य में कोई भी डॉक्टर ऐसा न करे।
जांच टीम की अनुशंसा बाद इनके खिलाफ होगी कार्रवाई
माधव मेडिकल हॉस्पिटल के संचालक डॉ. दुग्धेश्वर साहू, पहले मेडिकल डायरेक्टर डॉ. अभिषेक बंजारे- 1 मार्च 2018 से 24 मई 2019 तक पद पर रहे, दूसरे डॉ. निशीकांत शर्मा- 10 मई 2019 से 30 सितंबर 2019 और डॉ. आशुतोष भारती- 1 अक्टूबर से वर्तमान समय तक।
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लायसेंस को नियमित करने नहीं किया प्रयास
जांच टीम में नायब तहसीलदार लीलाधर कंवर, बीएमओ विवेक बिसेन और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पीएस परिहार शामिल थे। बताया गया कि 2018 में नर्सिंग होम एक्ट के तहत आवेदन जरूर किया, लेकिन टेम्प्रेरी रजिस्ट्रेशन को नियमित करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया।