खैरागढ़. जिला खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में पंचायत सचिवों का एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया गया है। लंबे समय से एक ही जगह पदस्थ सचिवों को हटाकर नई जिम्मेदारी सौंपी गई है, जिससे पंचायत स्तर पर कामकाज में नई ऊर्जा और जवाबदेही आने की उम्मीद जताई जा रही है। जिला पंचायत कार्यालय से सोमवार को जारी आदेश के अनुसार कुल 47 ग्राम पंचायत सचिवों का स्थानांतरण किया गया है। इनमें जनपद पंचायत खैरागढ़ से 26 और जनपद पंचायत छुईखदान से 21 सचिव शामिल हैं। आदेश पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी प्रेम कुमार पटेल के हस्ताक्षर हैं और इसे तत्काल प्रभाव से लागू करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि पंचायतों में पारदर्शिता और कार्यकुशलता सुनिश्चित करने के लिए यह व्यापक कदम उठाया गया है।
छुईखदान जनपद के सचिवों का फेरबदल
जारी सूची में शामिल सचिवों में पुरुषोत्तम टांडेकर को ठाकुरटोला से देवरचा, उत्तम यादव को देवरचा से खुडमुड़ी, शिवकुमार वर्मा को संबलपुर से कृतबांस, रमाकांत खोबरागढ़ को सरोधी (बकरकट्टा) से साखा, रामकुमार कलियार को समनापुर से अचानकपुर, लोकेश जघेल को ठंडार से पेन्डरवानी भेजा गया है।
इसी तरह हर्षित नेवार को सरईपतेरा से गोलरडीह, रघुनंदन साहरे को गोलरडीह से सरईपतेरा, रामजी जंघेल को मोहगांव से जंगलपुर घाट, अगनु राम भुआर्य को जंगलपुर घाट से सिंगारपुर, ललित पटेल को कोहलाटोला से ठाकुरटोला, लालाराम जंघेल को अचानकपुर से दरबानटोला, अशोक कुमार साहू को खैरी से पदमावतीपुर, सुनीता पाटिल को कृतबांस से पैलीमेटा, गजेंद्र देवांगन को झुरानदी से साल्हेकला, संतोष टंडन को साखा से ठंडार, सबीना बानो को गोपालपुर से झुरानदी, मधु जंघेल को उदान से विचारपुर तथा सुकृता वर्मा को पैलीमेटा से मोहगांव भेजा गया है।
खैरागढ़ जनपद के सचिव भी बदले
खैरागढ़ जनपद पंचायत में भी बड़े स्तर पर बदलाव हुए हैं। खेमचंद वर्मा को दिलीपपुर से विक्रमपुर, बलदाऊ वर्मा को करमतरा से डोकराभाठा, हेमराज वर्मा को पांडादाह से गातापार जंगल, श्यामसिंह धुर्वे को गातापार जंगल से पांडादाह, रमेश वर्मा को सिरसाही से शेरगढ़, संदीप धनकर को शेरगढ़ से गातापार कला, पुलश वर्मा को साल्हेभरी से सिरसाही और सुनील कुमार झा को जनपद कार्यालय से हटाकर दिलीपपुर पंचायत भेजा गया है।
इसके अलावा गौतम साहू और संजय मार्कण्डेय दोनों को चारभाठा से पंचपेडी, शिवकुमार वर्मा को चिचोला से भरदाकला, जग्गु साहू को भरदाकला से चिचोला, गैंदकुमार वर्मा को प्रकाशपुर से पिपलाकछार, संतराम देवांगन को गर्रापार से झीकादाह, रामप्रसाद सोरी को टेकापार से प्रकाशपुर, केशव निषाद को पिपलाकछार से कुम्ही, विजयलाल चतुर्वेदी को कुम्ही से गर्रापार, रामबाई पाल को विचारपुर (छुईखदान) से खैरी (खैरागढ़), खेमचंद वर्मा को बिडौरी से मदराकुही, सुधा वर्मा को मदराकुही से बिडौरी, तरुण गुप्ता को बफरा से अतरिया, दिनेश टांडेकर को अतरिया से बफरा, धीरज श्रीवास्तव को मडौदा से भीमपुरी, प्रकाश कुमार वर्मा को संडी से कोहकाबोड और रघुनाथ वर्मा को कोहकाबोड से संडी भेजा गया है।
अतिरिक्त प्रभार में भी बदलाव
कई सचिवों के अतिरिक्त प्रभार में भी फेरबदल हुआ है। शिवकुमार वर्मा को पेन्डरवानी का अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है। अशोक कुमार साहू का मुरई का अतिरिक्त प्रभार यथावत रखा गया है। गजेंद्र देवांगन को पदमावतीपुर सचिव के अतिरिक्त प्रभार से मुक्त किया गया है। बलदाऊ वर्मा को एटीकसा का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। राजूलाल जंघेल को देवपुरा का अतिरिक्त प्रभार से मुक्त कर दिया गया है और प्रीति राजपूत को बरबसपुर के साथ-साथ देवपुरा का भी अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है।
वायरल लिस्ट में गड़बड़ी
इस तबादला सूची में कुछ गड़बड़ियां भी सामने आई हैं। खेमचंद वर्मा को दिलीपपुर (छुईखदान) से विक्रमपुर बताया गया है, जबकि छुईखदान जनपद में दिलीपपुर पंचायत है ही नहीं। वहीं पांडादाह पंचायत को छुईखदान जनपद बताकर लिखा गया है जबकि वह खैरागढ़ जनपद में आती है। इसी प्रकार खैरी पंचायत को खैरागढ़ जनपद बताया गया है जबकि वास्तव में वह छुईखदान जनपद में है।
तीन सचिवों का जनपद परिवर्तन
आदेश में तीन सचिवों का जनपद भी बदला गया है। अनिश जोशी को डोकराभाठा (खैरागढ़) से गोपालपुर (छुईखदान), अखिलेश बाघ को जामगांव (छुईखदान) से घोटिया (खैरागढ़) और कुजलाल वर्मा को खैरानावापार (छुईखदान) से नवागांव कंवर (खैरागढ़) भेजा गया है।
सीईओ के प्रभार पर संशोधन
इसी आदेश में छुईखदान जनपद के सीईओ रवि कुमार को जिला पंचायत में संलग्न कर प्रकाशचंद्र तारम को प्रभार सौंपा गया था। लेकिन एक दिन बाद ही आदेश निरस्त कर दिया गया, जो चर्चा का विषय बना हुआ है।
सचिव संघ का कड़ा विरोध
जिला सचिव संघ अध्यक्ष लोकेश जंघेल ने इसे पूरी तरह नियम विरुद्ध बताते हुए कहा कि यह आदेश 2008 की भर्ती नियमावली का खुला उल्लंघन है। उन्होंने आरोप लगाया कि—
00 सचिवों को 20–70 किमी दूर भेजा गया, जबकि नियम के अनुसार 10 किमी से अधिक दूरी पर तबादला नहीं किया जा सकता।
00 तबादले से पहले जनपद सीईओ की अनुशंसा और प्रभारी मंत्री की स्वीकृति लेना जरूरी था, जिसे पूरी तरह नजरअंदाज किया गया।
00 हर साल केवल 10% सचिवों का तबादला हो सकता है, जबकि इस बार 21% सचिवों को हटा दिया गया।
सूची पंचायत शाखा से तैयार की गई है, यदि कोई त्रुटि पाई जाती है तो उसमें संशोधन किया जाएगा।
प्रेम कुमार पटेल, मुख्य कार्यपालन अधिकारी, जिला पंचायत केसीजी