खैरागढ़. स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट अंग्रेजी एवं हिंदी माध्यम कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय, खैरागढ़ में मंगलवार को मेगा पालक सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और छत्तीसगढ़ शासन के दिशा-निर्देशों के अनुरूप आयोजित इस सम्मेलन का मुख्य उद्देश्य पालकों और विद्यालय के बीच समन्वय स्थापित कर बच्चों के शैक्षणिक, सामाजिक और भावनात्मक विकास को सशक्त बनाना रहा।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांसद प्रतिनिधि भगवत शरण सिंह ने कहा कि इस पहल का मकसद पालकों को उनके बच्चों की प्रगति से अवगत कराना है। साथ ही, शिक्षा विभाग की योजनाओं की जानकारी देकर पालकों को बच्चों के समग्र विकास में भागीदार बनाना है। उन्होंने पालकों से सीधे संवाद की आवश्यकता पर बल दिया और उनकी समस्याएं जानने की बात कही।
जिला प्रशासन की ओर से नियुक्त पर्यवेक्षक अपर कलेक्टर ने ‘दीक्षा’ और ‘निष्ठा’ ऐप डाउनलोड कराने की अपील करते हुए बताया कि इन डिजिटल माध्यमों से बच्चे एनसीईआरटी आधारित शैक्षणिक सामग्री के साथ पढ़ाई को और अधिक प्रभावी बना सकते हैं। सम्मेलन के दौरान 59 विद्यार्थियों को दीक्षा ऐप डाउनलोड कराया गया।
इस मेगा पालक सम्मेलन में लगभग 106 पालक, 1000 से अधिक विद्यार्थी और 30 से ज्यादा शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित रहे। प्रभारी प्राचार्य कमलेश्वर सिंह एवं वरिष्ठ व्याख्याता कुणाल टंडन ने पालकों को शाला विकास की विभिन्न योजनाओं, बच्चों की शैक्षणिक प्रगति, रीडिंग कॉर्नर, पियर लर्निंग, ग्रुप लर्निंग, छात्रवृत्ति योजनाएं, निशुल्क पुस्तकें एवं गणवेश, नव भारत साक्षरता अभियान, बोलने की झिझक दूर करने, नवोदय और सैनिक स्कूल जैसी परीक्षाओं की तैयारी सहित कई विषयों पर जानकारी दी।
सम्मेलन में पर्यावरण सुरक्षा को लेकर "एक पेड़ मां के नाम", बाल कैबिनेट गठन, ‘अंगना में शिक्षा’ और ‘सक्रिय पुस्तकालय’ जैसी रचनात्मक पहलों पर भी चर्चा हुई।
कार्यक्रम में शाला प्रबंधन समिति के अध्यक्ष आलोक श्रीवास सहित व्याख्याता गिरिवर कोसरे, विनीता दीक्षित, गुंजन सिंह, अखिलेश श्रीवास्तव, किशोर यादव, खुम वर्मा, नीलू सिंह, सरोजबाला साहू, तृप्ति दसरिया, उत्तरा साहू, करण साहू, रिया जैन, मेघा उपाध्याय, निलय दास, संगीता ठाकुर, सिमरन कौर, मनोज पटेल, केशव साहू, जया जांघेल, अपर्णा देवांगन, प्रज्ञा कामडे समेत समस्त कर्मचारी मौजूद रहे।कार्यक्रम का संचालन केशव साहू ने किया।