खैरागढ़. खाद निर्माण और उसकी सप्लाई के मामले में मणिकंचन केंद्र धरमपुरा ने जिले के सभी सेंटरों को पीछे छोड़ दिया है। केंद्र से तैयार खाद ब्लॉक के सेवा सहकारी समितियों के साथ ही जिले व प्रदेश के भी चुनिंदा खाद संग्रहण केंद्रों तक पहुंच रही हैं। केंद्र से अब तक 1737.16 क्विंटल कम्पोस्ट खाद का उतपादन हो चुका है। जिसमें से 244 किसानों को 1031 क्विन्टल खाद का वितरण भी हो चुका है। जो सहकारी समितियों के माध्यम से किया गया है। इसी तरह से अब तक 2044 क्विन्टल सुपर कम्पोस्ट का निर्माण किया जा चुका है। जिसमें से 10 किसानों को 437 क्विन्टल खाद का वितरण भी किया जा चुका है। उक्त खाद का वितरण सेवा सहकारी समिति अमलीपारा के माध्यम से किया गया है। खाद के निर्माण और उसकी सप्लाई में केंद्र की महिलाएं कोई कसर नहीं छोड़ रही हैं,जिसमें उन्हें सीएमओ सीमा बख्शी का भरपूर सहयोग मिल रहा है।
तैयार की जा रही गोबर की राखियां
बीते सत्र की तरह इस साल भी गोबर की राखियां तैयार की जा रही हैं। जिसे भी जल्द से जल्द विभिन्न माध्यमों से बाज़ार तक पहुंचाया जाएगा। इसे कुछ स्थानों पर स्टॉल लगाकर बेचने की भी योजना है। गोबर की उक्त राखियों में आयुर्वेदिक सामग्रियां मिश्रित की जा रही हैं!
कचरा संकलन के बाद खाद निर्माण का काम भी ...
घरों से कचरा संकलन के बाद खाद निर्माण , कचरे का सिग्रेगेशन और उसके बाद राखी निर्माण का काम केंद्र की महिलाएं कर रही हैं। जिसकी वजह से खाद निर्माण के लक्ष्य को पूरा किया जा सका है।
महिलाएं कर रही लगन से काम - सीएमओ
सीएमओ सीमा बख्शी ने बताया कि केंद्र की महिलाएं पूरे लगन से कार्य कर रही हैं,उच्चाधिकारियों के मार्गदर्शन में खाद की सप्लाई की जा रही है। महिलाएं गोबर की राखियां भी बना रही हैं जिन्हें भी जल्द बाज़ार में स्टालों के माध्यम से लाने की तैयारी कर रहे हैं।
समयावधि का रखा ध्यान - ताम्रकार
केंद्र की प्रभारी जय श्री ताम्रकार ने बताया कि गोबर की अधिक आवक के बाद से ही सीएमओ मैडम और प्रभारी सर के मार्गदर्शन में खाद निर्माण का कार्य शुरू हुआ था। और अब लगातार केंद्रों से सप्लाई भी कर रहे हैं।