- शर्मा का कटाक्ष : झूठी वावाही बटोरने और रोज तुगलकी बयान जारी करने से कोरोना पर काबू नहीं पाया जा सकता
- दीगर राज्यों ने प्रवासी श्रमिकों के लिए पहले ही व्यवस्थाएँ जुटाईं, और प्रदेश सरकार जुमलों और लफ्फाजियों में मशगूल रही
- क्वारेंटाइन सेंटर्स और प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए अब जाँच समिति गठित करनी चाहिए
रायपुर : भारतीय जनता पार्टी प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शिवरतन शर्मा ने प्रदेश में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों पर अपनी गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि प्रदेश सरकार की कार्यप्रणाली और कोरोना संक्रमण की रोकथाम में उसकी इच्छाशक्ति पर अब सवाल उठने लगे हैं। श्री शर्मा ने कहा कि कुछ दिनों पहले केंद्र सरकार को कोसते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल यह कहते फिर रहे थे कि केंद्र सरकार छत्तीसगढ़ के ज़ोन कैसे तय कर सकती है? अब जबकि केंद्र ने प्रदेश सरकार को ज़ोन तय करने का अधिकार दे दिया है तो प्रदेश सरकार अब तक ज़ोन तय नहीं कर पाई है!
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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि देश के विभिन्न राज्यों में जब कोरोना संक्रमण की दर में गिरावट आ रही है, तब छत्तीसगढ़ में एकाएक बढ़ रहा जो चिंता की बात है । मुख्यमंत्री बघेल को नसीहत देते हुए श्री शर्मा ने कहा कि झूठी वाहवाही बटोरने और रोज तुगलकी बयान जारी करने से कोरोना पर काबू नहीं पाया जा सकता बल्कि उसके लिए रोडमैप बनाकर उस पर ईमानदारी से काम करने की जरूरत होती है।
शर्मा ने प्रदेश के क्वारेंटाइन सेंटर्स की अव्यवस्थाओं की चर्चा करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार और स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव ने इन सेंटर्स की निगरानी बढ़ाने की बात कहकर भाजपा की इस मसले पर अब तक कही गई बातों को स्वीकार किया है।
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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक श्री शर्मा ने कहा कि लॉकडाउन के दौर में विभिन्न राज्यों में फँसे प्रवासी मजदूरों का अपने गृह प्रदेशों को लौटना तो तय था। दीगर राज्य सरकारों ने इसका अनुमान लगाकर अपने प्रदेशों में पहले से ही पर्याप्त व्यवस्थाएँ कर ली थीं, लेकिन सियासी जुमलों और लफ्फाजियों में मशगूल छत्तीसगढ़ सरकार ने न तो क्वारेंटाइन सेंटर्स की व्यवस्था पर ध्यान दिया, न लौटकर आने वाले प्रवासी श्रमिकों के परीक्षण व उपचार की कारगर व्यवस्था की और न ही क्वारेंटाइन सेंटर्स में रहने, खाने-पीने के साथ ही दीगर जरूरी इंतजाम किए।
शर्मा ने कहा कि केवल शराब की कोचियागिरी करने को आतुर प्रदेश सरकार कोरोना संक्रमण की भयावहता को नजरंदाज करके लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का मखौल उड़ाती नजर आ रही है।
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भाजपा प्रदेश प्रवक्ता व विधायक शर्मा ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर्स में लगातार लोगों की मौत हो रही है, क्वारेंटाइन कर रखे गए लोग भाग रहे हैं। जो लोग भाग रहे हैं, वे संक्रमित हो सकते हैं; सेंटर से भागकर वे जहाँ जा रहे हैं, वहाँ संक्रमण का ख़तरा बढ़ने की आशंका को नकारा नहीं जा सकता। इन सेंटर्स में रखे गए लोग आत्महत्या कर रहे हैं, सर्पदंश से सेंटर्स में मौतों का सिलसिला जारी है। लेकिन प्रदेश सरकार इन संजीदा हालात में भी सिर्फ सियासी नौटंकियाँ ही कर रही है।
शर्मा ने कहा कि क्वारेंटाइन सेंटर्स की व्यवस्था और सुरक्षा विशुद्ध रूप से प्रदेश सरकार की ज़िम्मेदारी है और प्रदेश सरकार इसके निर्वहन में पूरी तरह लापरवाह सिद्ध हुई है। इन सेंटर्स और प्रदेश सरकार की व्यवस्थाओं की निगरानी के लिए अब जाँच समिति गठित करनी चाहिए।
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