पिपरिया क्षेत्रवासियों को मिली राहत, मिशन संडे बना जनता की सशक्त आवाज़
खैरागढ़. नगर में इन दिनों भीषण गर्मी के बीच पेयजल संकट चरम पर है, और नगर पालिका की निष्क्रियता को लेकर आम नागरिकों में जबरदस्त आक्रोश व्याप्त है। इसी बीच मिशन संडे नामक सामाजिक पहल ने एक बार फिर जनहित में उल्लेखनीय सक्रियता दिखाते हुए प्रशासन को नींद से जगाया है।
वार्ड क्रमांक 1 पिपरिया और वार्ड क्रमांक 12 में नागरिकों को लंबे समय से गंदे पानी की आपूर्ति और सूखे नलों की मार झेलनी पड़ रही थी। पिपरिया क्षेत्र में एक बोर मशीन बीते तीन महीने से बंद पड़ी थी, जिसके कारण स्थानीय नागरिक बूंद-बूंद पानी के लिए तरसते रहे। नागरिकों और पार्षदों द्वारा नगर पालिका में बार-बार शिकायतें करने के बावजूद कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
मिशन संडे की दखल से टूटी चुप्पी
मिशन संडे के संयोजक मनराखन देवांगन के नेतृत्व में टीम ने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर जनता से सीधे संवाद किया। जब उन्हें पिपरिया की विकराल स्थिति की जानकारी मिली, तो उन्होंने बिना देर किए नगर पालिका के मुख्य नगर पालिका अधिकारी (C.M.O) नरेश वर्मा से दूरभाष पर संपर्क कर तत्काल मशीन मरम्मत के निर्देश दिए।
एक सप्ताह में हुआ सुधार, नागरिकों को मिली राहत
मिशन संडे की इस तत्परता के बाद आखिरकार नगर पालिका हरकत में आई और एक सप्ताह के भीतर खराब बोर की सफाई कर नई मोटर स्थापित की गई। नतीजतन, अब पिपरिया क्षेत्र के लोग नियमित रूप से पेयजल प्राप्त कर पा रहे हैं।
सबसे खास बात यह रही कि मनराखन देवांगन और उनकी टीम स्वयं आधी रात को कार्य स्थल पर मौजूद रहे, यह सुनिश्चित करने कि कार्य गुणवत्तापूर्ण हो।
जनता की आवाज़, पालिका की आंखों का आईना
संयोजक देवांगन ने स्पष्ट किया कि “मिशन संडे न तो किसी पार्टी का मंच है, न ही प्रचार का साधन – यह जनता की आवाज़ है, जो व्यवस्था को उसका दायित्व याद दिलाता रहेगा। यदि पालिका समय पर कार्य करती है, तो हम धन्यवाद देंगे; लेकिन यदि जनता की उपेक्षा हुई, तो हम सड़कों पर भी उतरने को तैयार हैं।”
वार्डवासियों ने जताया आभार
पिपरिया क्षेत्र के नागरिकों ने मिशन संडे टीम का आभार व्यक्त किया और उम्मीद जताई कि आगे भी यह पहल इसी प्रकार आम लोगों के मुद्दों को गंभीरता से उठाती रहेगी।