छत्तीसगढ़ के 19 विश्वविद्यालयों में इंदिरा कला संगीत विश्वविद्यालय खैरागढ़ विदेशी छात्रों को सबसे अधिक भा रहा है। यहां वर्तमान में 40 से अधिक विदेशी छात्र पढ़ रहे हैं, जो प्रदेश के अन्य विश्वविद्यालयों से सर्वाधिक है। इनमें सबसे अधिक 35 छात्र श्रीलंका के हैं। इसके बाद सबसे अधिक दिलचस्पी अफगानिस्तान के छात्रों की है। मारीशस और रूस के छात्रों को भी खैरागढ़ विवि भा रहा है।
पंडित रविशंकर शुक्ल विश्वविद्यालय में भी पाकिस्तान, नेपाल और श्रीलंका के छात्र दाखिला ले रहे हैं। बाकी बिलासपुर विवि, बस्तर विवि, सरगुजा विवि में विदेशी छात्रों का टोटा है। प्रदेश में इंजीनियरिंग के विभिन्ना कोर्स की पढ़ाई करने वाले विदेशी छात्रों की संख्या लगभग 146 है।
मानव संसाधन विकास मंत्रालय (एमएचआरडी ) के स्टेटस ऑफ इंटरनेशनल स्टूडेंट्स इन इंडिया की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक साल 2010 से 2012 के बीच विदेशी छात्रों के दाखिले के मामले में प्रदेश की हालत दूसरे राज्यों की अपेक्षा ठीक नहीं है। खैरागढ़ विवि प्रबंधन का कहना है कि यहां हॉस्टल की पर्याप्त सुविधा हो जाए तो विदेशी छात्रों की भरमार हो जाएगी
ये कोर्स पढ़ रहे विदेशी छात्र
एमएचआरडी के ओर से उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक संगीत में 40, इंजीनियरिंग में 146, एमएससी में 1, एमए 1, बीएससी नर्सिंग 1, बीसीए 1, बीए 4, बीबीए 1, अन्य कोर्स में 6 छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। राज्य में श्रीलंका समेत इथोपिया, मारीशस, अफगानिस्तान, यूनाइटेड स्टेट, पाकिस्तान, नेपाल समेत अमेरिकन छात्र भी दिलचस्पी दिखा चुके हैं।
बढ़ानी होगी सुविधा
जानकारों की मानें तो प्रदेश में विदेशी छात्रों की संख्या बढ़ाने के लिए पर्याप्त सुविधा बढ़ाने की जरूरत है। एमएचआरडी के ताजा आंकड़ों के मुताबिक भारत में 5625 से अधिक छात्रों ने 2011-12 में दाखिला लिया, जो पिछले साल से लगभग 20.43% अधिक है। उच्च शिक्षा पर अखिल भारतीय सर्वेक्षण 2011-12 के अनुसार नेपाली छात्रों की भारत में सबसे अधिक संख्या है। करीब 19 प्रतिशत छात्र यहीं के हैं। इसके बाद भूटान, ईरान, अफगानिस्तान, मलेशिया, सूडान और इराक के छात्रों की संख्या देश में अधिक है